Saturday, July 17, 2021

भिंडी से ऐसे कंट्रोल करें डायबिटीज, जानें खास नुस्खे

भिंडी से ऐसे कंट्रोल करें डायबिटीज, जानें खास नुस्खे

भिंडी खाने में जितनी स्वादिष्ट लगती है, उतनी ही गुणों से भरपूर भी है। भिंडी भारतीयों द्वारा सबसे अधिक पसंद की जाने वाली सब्जियों में से एक है। इसका वानस्पतिक नाम एबेल्मोस्कस एस्कुलेंट्स है। सामान्यत: लोग इसे सिर्फ एक सब्जी के तौर पर देखते है, लेकिन आदिवासी इलाकों में इसे अनेक तरह की बीमारियों के इलाज में उपयोग लाया जाता है। भिंडी में विटामिन और खनिजों सहित विटामिन ए, बी, सी, ई और के और कैल्शियम, लोहा और जस्ता आदि पाया जाता है। इसके अलावा, भिंडी में उच्च स्तर का लसदार फाइबर भी होता है।
1. डायबिटीज के रोगियों को अक्सर भिंडी की अधकच्ची सब्जी खानी चाहिए। डांग- गुजरात के हर्बल जानकारों के अनुसार ताजी हरी भिंडी डायबिटीज में बेहद लाभदायक होती है।
2. भिंडी के बीजों का चूर्ण (5 ग्राम), इलायची (5 ग्राम), दालचीनी की छाल का चूर्ण (3 ग्राम) और काली मिर्च (5 दाने) लेकर अच्छी तरह से कूट ले। इस मिश्रण को रोजाना दिन में 3 बार गुनगुने पानी में मिलाकर लें। डायबिटीज में तेजी से फायदा होता है।
3. कुछ इलाकों में भिंडी के कटे हुए सिरों को पीने के पानी में डुबो कर सारी रात रखा जाता है। सुबह खाली पेट इस पानी को पी लिया जाता है। छानने के बाद बचे भिंडी के हिस्सों को फेंक दिया जाना चाहिए। माना जाता है कि डायबिटीज नियंत्रण के लिए यह एक कारगर उपाय है।
4. भिंडी के बीजों को एकत्रित कर लें। इन्हें सुखाकर पीस लें। ये बीज प्रोटीनयुक्त होते हैं और उत्तम स्वास्थ्य के लिए बेहतर हैं। इस चूर्ण को बच्चों को खिलाने पर ये टॉनिक की तरह काम करेगा।
5. मध्य प्रदेश के पातालकोट के भुमका (हर्बल जानकार) नपुंसकता दूर करने के लिए पुरुषों को कच्ची भिंडी को चबाने की सलाह देते हैं। ये आदिवासी शारीरिक कमजोरी दूर करने के लिए भिंडी को बेहतर मानते हैं।
6. भिंडी को बीच से काट लें (लगभग 5 भागों में), नींबू रस (आधा चम्मच), अनार और भुई आंवला की पत्तियां (5-5 ग्राम) आदि को 1 गिलास पानी में डुबोकर रात भर के लिए रख दें।
अगली सुबह सारे मिश्रण को अच्छी तरह से पीसकर रोजाना लगातार 2 बार सात दिनों तक लें। जानकारों की मानी जाए तो पीलिया जैसा घातक रोग इस से एक सप्ताह में ही नियंत्रित हो जाता है। बुखार और सर्दी-खांसी में भी ये दवा रामबाण है।
7. करीब 50 ग्राम भिंडी को बारीक काटकर 200 मिली पानी में उबालें। जब यह आधा बच जाए तो इसे सिफलिस के रोगी को दें। एक महीने तक लगातार ये नुस्खा अपनाना चाहिए।

Tuesday, June 1, 2021

Yun to degree sabhi pa jate hain

Yun to degree sabhi pa jate hain,
Magar kisi ko khush karne ka tazurba seekh lo 
Ye badi baat hai.......

Friday, May 28, 2021

आपकी डिग्री ज़्यादा

काम नहीं, आपकी डिग्री ज़्यादा मायने रखती है। 
तभी तो चिदम्बरम, मनमोहन और आहलूवालिया की तिकड़ी ने भले ही अर्थव्यवस्था का कूड़ा कर दिया हो
 मगर देशवासियों को तसल्ली थी कि वो तीनों डिग्रीधारी हैं।

देववाणी

"संस्कृत" भाषा को देववाणी इसलिए कहते हैँ क्योकि इसमे एक भी शब्द गाली का नही हैँ............

Monday, May 24, 2021

One of The best my childhood

One of The best my childhood memories:- 
It never matter if I slept on the chair or sofa or car or anywhere... 
I always woke up on bed....!! :)
gud morning:):)

Monday, February 1, 2021

वीर रस के युवा कवि अमित शर्मा जी रचना

वीर रस के युवा कवि अमित शर्मा जी रचना। 

बॉलीवुड में भांड भरे हैं, नीयत सबकी काली है...
इतिहासों को बदल रहे, संजय लीला भंसाली हैं...

चालीस युद्ध जीतने वाले को ना वीर बताया था...
संजय तुमने बाजीराव को बस आशिक़ दर्शाया था...

सहनशीलता की संजय हर बात पुरानी छोड़ चुके...
देश धर्म की खातिर हम कितनी मस्तानी छोड़ चुके...

अपराध जघन्य है तेरा, 
दोषी बॉलीवुड सारा है...
इसलिए 'करणी सेना' ने 
सेट पर जाकर मारा है...

संजय तुमको मर्द मानता, 
जो अजमेर भी जाते तुम...
दरगाह वाले हाजी का भी नरसंहार दिखाते तुम...

सच्चा कलमकार हूँ संजय, दर्पण तुम्हे दिखता हूँ...
जौहर पदमा रानी का, 
तुमको आज बताता हूँ...

सुन्दर रूप देख रानी का 
बैर लिया था खिलजी ने...
चित्तौड़ दुर्ग का कोना कोना घेर लिया था खिलजी ने...

मांस नोचते गिद्धों से, 
लड़ते वो शाकाहारी थे...
मुट्ठी भर थे राजपूत, 
लेकिन मुगलों पर भारी थे...

राजपूतों की देख वीरता, खिलजी उसदिन काँप गया...
लड़कर जीत नहीं सकता वो ये सच्चाई भांप गया...

राजा रतन सिंह से बोला, राजा इतना काम करो...
हिंसा में नुकसान सभी का अभी युद्ध विराम करो...

पैगाम हमारा जाकर रानी पद्मावती को बतला दो...
चेहरा विश्व सुंदरी का बस दर्पण में ही दिखला दो...

राजा ने रानी से बोला 
रानी मान गयी थी जी...
चित्तौड़ नहीं ढहने दूंगी ये रानी ठान गयी थी जी...

अगले दिन चित्तौड़ में खिलजी सेनापति के संग आया...
समकक्ष रूप चंद्रमा सा पद्मावती ने दिखलाया...

रूप देखकर रानी का खिलजी घायल सा लगता था...
दुष्ट दरिंदा पापी वो पागल पागल सा लगता था...

रतन सिंह थे भोले राजा उस खिलजी से छले गए...
कैद किया खिलजी ने उनको जेलखाने में चले गए...

खिलजी ने सन्देश दिया चित्तौड़ की शान बक्श दूंगा...
मेरी रानी बन जाओ, 
राजा की जान बक्श दूंगा...

रानी ने सन्देश लिखा, 
मैं तन मन अर्पण करती हूँ...
संग में नौ सौ दासी हैं और स्वयं समर्पण करती हूँ...

सभी पालकी में रानी ने 
बस सेना ही बिठाई थी...
सारी पालकी उस दुर्गा ने खिलजी को भिजवाई थी...

सेना भेजकर रानी ने जय जय श्री राम बोल दिया...
अग्नि कुंड तैयार किया था और साका भी खोल दिया...

मिली सूचना सारे सैनिक, मौत के घाट उतार दिए...
और दुष्ट खिलजी ने राजा रतन सिंह भी मार दिए...

मानो अग्नि कुंड की अग्नि उस दिन पानी पानी थी...
सोलह हजार नारियो के संग जलती पदमा रानी थी...

सच्चाई को दिखलाओ, 
हम सभी सत्य स्वीकारेंगे...
झूठ दिखाओगे संजय, 
तो मुम्बई आकर मारेंगे...

कवि अमित शर्मा